Table Of ContentjftLVªh laö Mhö ,yö&33004@99 REGD. NO. D. L.-33004/99
vlk/kj.k
EXTRAORDINARY
Hkkx III —[k.M 4
PART III—Section 4
izkf/dkj ls izdkf'kr
PUBLISHED BY AUTHORITY
la- 16] ubZ fnYyh] c`gLifrokj] tuojh 15] 2015@ikS"k 25] 1936
No. 16] NEW DELHI, THURSDAY, JANUARY 15, 2015/PAUSA 25, 1936
भभभभााााररररततततीीीीयययय (cid:1)(cid:1)(cid:1)(cid:1)ििििततततभभभभििूूििूूतततत औऔऔऔरररर ििििववववििििननननममममयययय बबबबोोोोडडडड(cid:9)(cid:9) (cid:9)(cid:9)
अअअअििििधधधधससससचचूूचचूू ननननाााा
मु(cid:3)बई, 15 जनवरी, 2015
भभभभााााररररततततीीीीयययय (cid:1)(cid:1)(cid:1)(cid:1)ििििततततभभभभििूूििूूतततत औऔऔऔरररर ििििववववििििननननममममयययय बबबबोोोोडडडड(cid:9)(cid:9) (cid:9)(cid:9)((((अअअअततंंततंं ररररंंंंगगगग (cid:10)(cid:10)(cid:10)(cid:10)ाााापपपपाााारररर ककककाााा (cid:1)(cid:1)(cid:1)(cid:1)ििििततततषषषषेधेधेधेध)))) ििििववववििििननननययययमममम,,,, 2222000011115555
सससस..ंं..ंं एएएएलललल.... एएएए.... डडडडीीीी.... //// एएएएनननन....आआआआरररर.... ओओओओ.... //// जजजजीीीी.... एएएएनननन....////2222000011114444----11115555////22221111////88885555....———— बोड(cid:8), भारतीय (cid:9)ितभूित और िविनमय बोड(cid:8) अिधिनयम,
1992 (1992 का 15) क(cid:15) धारा 11 क(cid:15) उप-धारा (2) के खंड (छ) और धारा 12क के खंड (घ) एवं खंड (ङ) के साथ प(cid:17)ठत धारा 30 (cid:19)ारा
(cid:9)द(cid:23) शि(cid:25)य(cid:27) का (cid:9)योग करते (cid:29)ए, एत(cid:31)ारा, (cid:9)ितभूितय(cid:27) म अंतरंग !ापार के (cid:9)ितषेध हते ु एक ढाँचा िनधा(cid:8)(cid:17)रत करने के िलए और उसके
िविधक ढाँचे को मजबूत बनान ेके िलए, िन(cid:3) निलिखत िविनयम बनाता ह,ै अथा(cid:8)त:्-
अअअअ(cid:18)(cid:18)(cid:18)(cid:18)ययययाााायययय----I
(cid:1)(cid:1)(cid:1)(cid:1)ााााररररंंंंििििभभभभकककक
ससससििंंििंं(cid:23)(cid:23)(cid:23)(cid:23)(cid:24)(cid:24)(cid:24)(cid:24) ननननाााामममम औऔऔऔरररर (cid:1)(cid:1)(cid:1)(cid:1)ााााररररंंंंभभभभ
1. (1) इन िविनयम(cid:27) को भारतीय (cid:9)ितभूित और िविनमय बोड(cid:8) (अंतरंग !ापार का (cid:9)ितषेध) िविनयम, 2015 कहा जा सकेगा ।
(2) ये िविनयम राजप, म उनके (cid:9)काशन क(cid:15) तारीख से एक सौ बीसव /दन को (cid:9)वृ(cid:23) ह(cid:27)गे ।
पपपप(cid:25)(cid:25)(cid:25)(cid:25)ररररभभभभााााषषषषााााएएएएँँ ँँ
2. (1) इन िविनयम(cid:27) म, जब तक /क संदभ(cid:8) से अ3यथा अपेि4त न हो, िन(cid:3)न िलिखत श5द(cid:27), पद(cid:27) और उनके उ7रण(cid:27) के वही अथ (cid:8) ह(cid:27)गे जो
नीचे उनके िलए िनयत ह:9-
(क) ''अिधिनयम" से भारतीय (cid:9)ितभूित और िविनमय बोड (cid:8)अिधिनयम, 1992 (1992 का 15) अिभ(cid:9)ेत ह;ै
(ख) "बोड(cid:8)" स ेभारतीय (cid:9)ितभूित और िविनमय बोड (cid:8)अिभ(cid:9)ेत है;
220 GI/2015 (1)
2 THE GAZETTE OF INDIA : EXTRAORDINARY [PART III—SEC. 4]
(ग) "अनुपालन अिधकारी" से ऐसा कोई :ये; अिधकारी अिभ(cid:9)ेत है, जो इस (cid:9)कार पदािभिहत हो और जो िनदशे क बोड (cid:8) या बोड(cid:8) के न
होने क(cid:15) दशा म संगठन के (cid:9)धान को (cid:17)रपोट(cid:8) करता हो, िजसे िव(cid:23)-संबंधी =ान हो तथा जो इन िविनयम(cid:27) के अधीन िविधक एवं िविनयामक
अनुपालन संबंधी अपे4ा> को ठीक-ठीक समझने म समथ (cid:8)हो और जो, यथाि?थित, सूचीब7 (िलि?टड) कंपनी के िनदशे क बोड(cid:8) या संगठन
के (cid:9)धान के समB पय(cid:8)वे4ण के अधीन नीितय(cid:27), (cid:9)/Cया> के अनुपालन, अिभलेख रखने, अ(cid:9)कािशत क(cid:15)मत संवदने शील जानकारी रखने
संबंधी िनयम(cid:27) के पालन का अनुDवण करने, !ापार(cid:27) (Eेड) का अनुDवण करने तथा इन िविनयम(cid:27) म िविनFदG संिहता> के काया(cid:8)3वयन
के िलए िज(cid:3)मेदार होगा;
(घ) "संब7 !ि(cid:25)",-
(i) से ऐसा कोई !ि(cid:25) अिभ(cid:9)ेत ह ैजो /कसी कंपनी से सहयु(cid:25) है या संबंिधत /Cयाकलाप से छह महीने पूव(cid:8) क(cid:15) अविध के दौरान
सहयु(cid:25) रहा हो, (cid:9)Hय4 Iप से या अ(cid:9)Hय4 Iप से, /कसी भी हिै सयत से, िजसम सि(cid:3)मिलत ह 9- चाह ेउसके अिधका(cid:17)रय(cid:27) के साथ
बार-बार संपक(cid:8) के कारण हो अथवा /कसी संिवदाHमक संबंध, वैKािसक संबंध या काय(cid:8)रत !ि(cid:25) (िनयोिजत !ि(cid:25)) के संबंध के
तौर पर हो अथवा कंपनी के िनदशे क, अिधकारी या कम(cid:8)चारी के तौर पर हो अथवा वह कोई पद धारण करता हो िजसके अंतग(cid:8)त
उसके तथा कंपनी के बीच वृि(cid:23)क या कारबारी संबंध, चाहे अ?थायी हो या ?थायी, सि(cid:3)मिलत है, जो ऐसे !ि(cid:25) को, (cid:9)Hय4तः
या अ(cid:9)Hय4तः, अ(cid:9)कािशत क(cid:15)मत संवेदनशील जानकारी तक प(cid:29)चँ रखने दते ा हो अथवा िजसके संबंध म इस (cid:9)कार प(cid:29)चँ रखन े
दने ा युि(cid:25)यु(cid:25) Iप स े(cid:9)Hयािशत हो ।
(ii) पूव(cid:8)वतN क(cid:15) !ापकता पर (cid:9)ितकूल (cid:9)भाव डाले िबना, िन(cid:3)न िलिखत (cid:9)वगO के भीतर आन े वाले !ि(cid:25)य(cid:27) के बारे म यह
समझा जजजजााााएएएएगगगगाााा /क वे संब7 !ि(cid:25) ह,9 जब तक /क (cid:9)ितकूल िस7 नहP हो जाता, -
(क)))) खंड (i) म िविनFदG संब7 !ि(cid:25)य(cid:27) का सीधा नातेदार; या
(ख)))) िनय,ं ी (होQRडग) कंपनी या सहयु(cid:25) कंपनी या समुनषंगी (स5सीिडयरी) कंपनी; या
(ग)))) अिधिनयम क(cid:15) धारा 12 म यथा िविनFदG मSयवतN अथवा उसका कम(cid:8)चारी या िनदशे क; या
(घ)))) िनवेश कंपनी (इ3वे?टम ट कंपनी), 3यासी कंपनी (E?टी कंपनी), आि?त (cid:9)बंध कंपनी (एसेट मैनजे म ट कंपनी) अथवा उनका
कम(cid:8)चारी या िनदशे क; या
(ङ)))) ?टॉक एWसच ज का अथवा समाशोधन गृह (WलीयXरग हाउस) या समाशोधन िनगम (WलीयXरग कारपोरेशन) का
अिधकारी; या
(च)))) पार?प(cid:17)रक िनिध ((cid:3)यूचुअल फंड) के 3यासी बोड(cid:8) का सद?य या पार?प(cid:17)रक िनिध क(cid:15) आि?त (cid:9)बंध कंपनी के िनदशे क बोड(cid:8)
का सद?य या उसका कम(cid:8)चारी; या
(छ)))) कंपनी अिधिनयम, 2013 क(cid:15) धारा 2(72) म यथा प(cid:17)रभािषत लोक िव(cid:23)ीय सं?था (पि5लक फाइन िशयल इंि?टZूशन) के
िनदशे क बोड (cid:8)का सद?य, या कम(cid:8)चारी; या
(ज)))) बोड(cid:8) (cid:19)ारा मा3यता(cid:9)ा[ या (cid:9)ािधकृत ?व-िविनयामक संगठन का अिधकारी या कम(cid:8)चारी; या
(झ)))) कंपनी का ब9ककार (ब9कर); या
(ञ)))) समुHथान, फम,(cid:8) 3यास, िह3द ू अिविभ(cid:25) कुटुंब, कंपनी या !ि(cid:25)य(cid:27) का संगम िजनम कंपनी के िनदशे क या उसके सीध े
नातेदार या कंपनी के ब9ककार, क(cid:15) धा(cid:17)रता (होQRडग) या का िहत दस (cid:9)ितशत स ेअिधक हो;
(cid:1)(cid:1)(cid:1)(cid:1)टटटट(cid:3)(cid:3)(cid:3)(cid:3)पपपपणणणणःःःः आशय यह ह ै (cid:1)क संब(cid:6) (cid:7)ि(cid:9) वह (cid:7)ि(cid:9) है िजसका कंपनी के साथ कोई ऐसा संबंध हो िजसके कारण ऐसी (cid:10)(cid:11)याशा हो (cid:1)क
अ(cid:10)कािशत क(cid:17)मत संवदने शील जानकारी उसके क(cid:19)जे म (cid:22)हो सकती है । सीधे नातेदार(cid:26) और ऊपर िविन(cid:28)द(cid:29) अ(cid:30)य (cid:10)वग के (cid:7)ि(cid:9)य(cid:26) को भी
सबं (cid:6) (cid:7)ि(cid:9) माना जाता है, !कत ु यह तो एक गृहीत िविधक क#पना है और िजसका खंडन (cid:1)कया जा सकता है । इस प%रभाषा का आशय
इसके दायरे म (cid:22)उन (cid:7)ि(cid:9)य(cid:26) को भी लाने का है जो कदािचत कंपनी म (cid:22)कोई पद धारण न करते ह(cid:26) !कत ुजो कंपनी तथा उसके अिधका%रय(cid:26)
के साथ िनयिमत संपक* म (cid:22) रहते ह(cid:26) और जो कंपनी के काय*कलाप(cid:26) के संबंध म(cid:22) जानकारी रखते ह(cid:26) । आशय यह ह ै (cid:1)क इसके दायरे म(cid:22) उन
(cid:7)ि(cid:9)य(cid:26) को भी लाया जाये जो ऐसे (cid:1)कसी संबंध के फल5व6प िजसके कारण अ(cid:10)कािशत क(cid:17)मत संवदेनशील जानकारी उनके क(cid:19)जे म (cid:22) हो
सकती हो, (cid:1)कसी कंपनी या (cid:1)कसी वग* क(cid:17) कंपिनय(cid:26) स ेसंबंिधत अ(cid:10)कािशत क(cid:17)मत संवदने शील जानकारी तक प7चँ रख सकते ह(cid:26) या प7चँ
सकते ह(cid:26) ।
¹Hkkx IIIµ[k.M 4º Hkkjr dk jkti=k % vlk/kj.k 3
(ङ) "साधारणतः उपल5ध जानकारी" से वह जानकारी अिभ(cid:9)ेत ह ैिजस तक जनता िबना /कसी भेदभाव के प(cid:29)चँ रख सकती हो;
(cid:1)(cid:1)(cid:1)(cid:1)टटटट(cid:3)(cid:3)(cid:3)(cid:3)पपपपणणणणःःःः आशय यह प%रभािषत करने का ह ै (cid:1)क साधारणतः उपल(cid:19)ध जानकारी :या होती है, ता(cid:1)क यह आसानी से िनधा*%रत हो सके और
समझा जा सके (cid:1)क अ(cid:10)कािशत क(cid:17)मत संवदने शील जानकारी :या है । (cid:1)कसी 5टॉक ए:सच(cid:22)ज के वेबसाइट पर (cid:10)कािशत जानकारी को,
आम तौर पर साधारणत: उपल(cid:19)ध जानकारी माना जजजजााााएएएएगगगगाााा ।
(च) "सीधा नातेदार" से /कसी !ि(cid:25) का पित या क(cid:15) प\ी अिभ(cid:9)ेत है, और िजसम ऐसे !ि(cid:25) के अथवा उसके पित या उसक(cid:15) प\ी के
माता-िपता, भाई या बहन, तथा संतान सि(cid:3)मिलत है, िजनम स ेकोई भी या तो ऐस े!ि(cid:25) पर िव(cid:23)ीय Iप से आिDत हो, या ऐसे !ि(cid:25) से
(cid:9)ितभूितय(cid:27) (िसWयू(cid:17)रटीज़) म !ापार (EेQडग) संबंधी िनण(cid:8)य लेने (िविन^य करने) के संबंध म परामश (cid:8)करता हो;
(cid:1)(cid:1)(cid:1)(cid:1)टटटट(cid:3)(cid:3)(cid:3)(cid:3)पपपपणणणणःःःः आशय यह ह ै (cid:1)क "संब(cid:6) (cid:7)ि(cid:9)" के सीधे नातेदार भी इन िविनयम(cid:26) के (cid:10)योजनाथ * संब(cid:6) (cid:7)ि(cid:9) बन जाते ह ?। िनि@त ही, इसका
खंडन (cid:1)कया जा सकता ह ै।
(छ) "अंतरंग !ि(cid:25)" से ऐसा कोई !ि(cid:25) अिभ(cid:9)ेत हःै
(i) जो संब7 !ि(cid:25) हो; या
(ii) िजसके क5जे म अ(cid:9)कािशत क(cid:15)मत संवेदनशील जानकारी हो या जो अ(cid:9)कािशत क(cid:15)मत संवेदनशील जानकारी तक प(cid:29)चँ
रखता हो;
(cid:1)(cid:1)(cid:1)(cid:1)टटटट(cid:3)(cid:3)(cid:3)(cid:3)पपपपणणणण:::: चूँ(cid:1)क "साधारणतः उपल(cid:19)ध जानकारी" तो प%रभािषत है, (cid:1)फर भी आशय यह ह ै (cid:1)क ऐसे (cid:1)कसी भी (cid:7)ि(cid:9) को, िजसके क(cid:19)जे म (cid:22)
अ(cid:10)कािशत क(cid:17)मत संवेदनशील जानकारी हो या जो अ(cid:10)कािशत क(cid:17)मत संवेदनशील जानकारी तक प7चँ रखता हो, "अंतरंग (cid:7)ि(cid:9)" माना
जाये, इस बात पर िवचार (cid:1)कय ेिबना (cid:1)क ऐसी जानकारी उसके क(cid:19)ज ेम (cid:22)कैसे आयी या ऐसी जानकारी तक वह कैसे प7चँ ा । ऐसे (cid:7)ि(cid:9) के
िलए िविभB प%रि5थितया ँ िनधा*%रत क(cid:17) गई ह ? िजनके अनुसार वह यह सािबत कर सकता ह ै (cid:1)क वह अंतरंग (cid:7)ापार म (cid:22) िलC नहD रहा ।
इस (cid:10)कार, इस प%रभाषा का आशय इसके दायरे म (cid:22) ऐस े (cid:1)कसी (cid:7)ि(cid:9) को लाने का है िजसे अ(cid:10)कािशत क(cid:17)मत संवेदनशील जानकारी (cid:10)ाC
7ई हो या जो अ(cid:10)कािशत क(cid:17)मत सवं ेदनशील जानकारी तक प7चँ रखता हो । इसिलए, यह सािबत करने का दािय(cid:11)व, (cid:1)क (cid:7)ापार (FेGडग)
के समय अ(cid:10)कािशत क(cid:17)मत संवेदनशील जानकारी (cid:1)कसी अमुक (cid:7)ि(cid:9) के क(cid:19)जे म (cid:22)थी या वह उस तक प7ँच रखता था, उस (cid:7)ि(cid:9) पर होगा
जो ऐसा आरोप लगाता हो, िजसके बाद वह (cid:7)ि(cid:9) िजसन ेउस समय (cid:7)ापार (Fेड) (cid:1)कया हो जब अ(cid:10)कािशत क(cid:17)मत संवेदनशील जानकारी
उसके क(cid:19)जे म (cid:22) रही या उसक(cid:17) उस तक प7चँ रही, यह सािबत कर सकेगा (cid:1)क उसके क(cid:19)जे म (cid:22) ऐसी जानकारी नहD थी या यह (cid:1)क उसन े
(cid:7)ापार (Fेड) नहD (cid:1)कया या वह ऐऐऐऐससससीीीी जजजजााााननननककककााााररररीीीी तक प7चँ नहD रख सकता था या यह (cid:1)क ऐसी जानकारी उसके क(cid:19)जे म (cid:22) होने के दौरान
उसके Iारा (cid:1)कया गया (cid:7)ापार (FेGडग) पूरी तरह से JKय प%रि5थितय(cid:26) के दायरे म (cid:22)आता था ।
(ज) "सं(cid:9)वत(cid:8)क" ((cid:9)ोमोटर) का वही अथ (cid:8) होगा जो भारतीय (cid:9)ितभूित और िविनमय बोड (cid:8) (पूँजी का िनग(cid:8)मन और (cid:9)कटीकरण अपे4ाएँ)
िविनयम, 2009 या उसके /कसी उपांतर के अधीन इसके िलए िनयत ह;ै
(झ) "(cid:9)ितभूितय(cid:27)" (या "(cid:9)ितभूितया"ँ ) का वही अथ (cid:8) होगा जो (cid:9)ितभूित संिवदा (िविनयमन) अिधिनयम, 1956 (1956 का 42) या उसके
/कसी उपांतर के अधीन इसके िलए िनयत ह,ै और िजनम पार?प(cid:17)रक िनिध क(cid:15) यूिनट सि(cid:3)मिलत नहP ह(cid:27)गी;
(ञ) "िविनFदG" से बोड(cid:8) (cid:19)ारा िलिखत Iप म िविनFदG अिभ(cid:9)ेत है;
(ट) "अिधBहण संबंधी िविनयम(cid:27)" से भारतीय (cid:9)ितभूित और िविनमय बोड(cid:8) (शेयर(cid:27) का पया(cid:8)[ अज(cid:8)न और अिधBहण) िविनयम, 2011 और
उसके कोई संशोधन अिभ(cid:9)ेत ह;9
(ठ) "!ापार" (EेQडग) से अिभ(cid:9)ेत है और उसम सि(cid:3)मिलत है - /क3हP (cid:9)ितभूितय(cid:27) म अिभदाय करना, को खरीदना, को बेचना, उनम
!ौहार करना, या उनम अिभदाय करने, को खरीदने, को बेचने, उनम !ौहार करने के िलए सहमत होना, और "Eेड" ("!ापार") का अथ (cid:8)
तदनुसार लगाया जजजजााााएएएएगगगगाााा;
(cid:1)(cid:1)(cid:1)(cid:1)टटटट(cid:3)(cid:3)(cid:3)(cid:3)पपपपणणणण:::: संसदीय अिधदशे के अधीन, चूँ(cid:1)क अिधिनयम क(cid:17) धारा 12क (ङ) एवं धारा 15छ म (cid:22) श(cid:19)द(cid:26) '(cid:10)ितभूितय(cid:26) म (cid:22) (cid:7)ौहार' का (cid:10)योग
(cid:1)कया गया है, इसिलए आशय यह है (cid:1)क श(cid:19)द "(cid:7)ापार" (EेQडग) को (cid:7)ापक 6प से प%रभािषत (cid:1)कया जाये ता(cid:1)क उसके अंतग*त (cid:7)ौहार
4 THE GAZETTE OF INDIA : EXTRAORDINARY [PART III—SEC. 4]
(डीGलग) भी शािमल हो सके । ऐसा करने का आशय अ(cid:10)कािशत क(cid:17)मत संवेदनशील जानकारी के आधार पर (cid:1)कये गये उन (cid:1)Mयाकलाप(cid:26)
पर काबू पाना है जो अ(cid:10)कािशत क(cid:17)मत संवेदनशील जानकारी रहने के दौरान खरीदने, बेचने या अिभदाय करने क(cid:17) को%ट म (cid:22)पूरी तरह स े
नहD आते, जैसे िगरवी रखना आ(cid:1)द ।
(ड) "!ापार के /दन" (EेQडग डे) से वह /दन अिभ(cid:9)ेत ह ैिजस /दन मा3यता(cid:9)ा[ ?टॉक एWसच ज !ापार (EेQडग) के िलए खुले रहते ह;9
(ढ) "अ(cid:9)कािशत क(cid:15)मत संवदने शील जानकारी" से कंपनी या उसक(cid:15) (cid:9)ितभूितय(cid:27) से, (cid:9)Hय4तः या अ(cid:9)Hय4तः, संबंिधत कोई ऐसी जानकारी
अिभ(cid:9)ेत ह,ै जो साधारणतः उपल5ध न हो िजसके साधारणतः उपल5ध हो जान े पर (cid:9)ितभूितय(cid:27) क(cid:15) क(cid:15)मत के तािHवक Iप से (cid:9)भािवत
होने क(cid:15) संभावना हो सकती हो और िजसम सामा3यत: िन‘िलिखत से संबंिधत जानकारी सि(cid:3)मिलत होगी bकत ु जो िन‘िलिखत तक ही
सीिमत नहP होगी :-
(i) िव(cid:23)ीय प(cid:17)रणाम;
(ii) लाभांश;
(iii) पूँजी संरचना (कैिपटल ?EWचर) म प(cid:17)रवत(cid:8)न;
(iv) िवलयन (मज(cid:8)र), अिवलयन (डी-मज(cid:8)र), अज(cid:8)न (ए/cज़ीशन), असचू ीब7ताए ँ (डीिलQ?टग), !यन (िड?पोज़ल) तथा कारबार का
िव?तार और ऐस ेअ3य सं!वहार;
(v) मुdय (cid:9)बंधक(cid:15)य काeमक(cid:27) म प(cid:17)रवत(cid:8)न; और
(vi) सूचीब7ता करार (िलQ?टग एBीम ट) के अनुसार महfवपूण(cid:8) घटनाएँ ।
(cid:1)(cid:1)(cid:1)(cid:1)टटटट(cid:3)(cid:3)(cid:3)(cid:3)पपपपणणणण:::: आशय यह ह ै (cid:1)क कंपनी या (cid:10)ितभूितय(cid:26) से संबंिधत जो जानकारी साधारणतः उपल(cid:19)ध न हो, वह अ(cid:10)कािशत क(cid:17)मत संवदने शील
जानकारी होगी य(cid:1)द जनता के िलए (पि(cid:19)लक डोमेन म)(cid:22) उसके उपल(cid:19)ध हो जाने पर क(cid:17)मत के ताि(cid:11)वक 6प से (cid:10)भािवत होने क(cid:17) संभावना
हो सकती हो । जो-जो जानकारी सामा(cid:30)यत: अ(cid:10)कािशत क(cid:17)मत संवदने शील जानकारी क(cid:17) को%ट म (cid:22) आती है, उसके कुछ उदाहरण
माग*दश*न (cid:10)दान करने क(cid:17) दिृ(cid:29) से ऊपर (cid:1)दय ेगये ह ?।
(2) इन िविनयम(cid:27) म उपयोग /कय े गये तथा अप(cid:17)रभािषत bकत ु भारतीय (cid:9)ितभूित और िविनमय बोड(cid:8) अिधिनयम, 1992 (1992 का
15), (cid:9)ितभूित संिवदा (िविनयमन) अिधिनयम, 1956 (1956 का 42), िन4ेपागार अिधिनयम, 1996 (1996 का 22) या कंपनी
अिधिनयम, 2013 (2013 का 18) और उनके अधीन बनाय े गये िनयम(cid:27) तथा िविनयम(cid:27) म प(cid:17)रभािषत श5द(cid:27) और पद(cid:27) के वही अथ (cid:8) ह(cid:27)ग े
जो उन िवधान(cid:27) म Cमशः उनके िलए िनयत ह(cid:27) ।
अअअअ(cid:18)(cid:18)(cid:18)(cid:18)ययययाााायययय––––II
अअअअततंंततंं ररररंंंंगगगग (cid:10)(cid:10)(cid:10)(cid:10)िििि(cid:30)(cid:30)(cid:30)(cid:30)यययय(cid:31)(cid:31)(cid:31)(cid:31) ाााारररराााा ससससससंंससंं चचूूचचूू ननननाााा औऔऔऔरररर (cid:10)(cid:10)(cid:10)(cid:10)ाााापपपपाााारररर (((($$$$ेेेे%%%%डडडडगगगग)))) पपपपरररर ििििननननबबबब&ध&ध&ध&धनननन
अअअअ(cid:1)(cid:1)(cid:1)(cid:1)ककककााााििििशशशशतततत कककक((((ममममतततत ससससववंंववंं ददेेददेे ननननशशशशीीीीलललल जजजजााााननननककककााााररररीीीी कककक(((( ससससससंंससंं चचूूचचूू ननननाााा ययययाााा उउउउससससकककक(((( (cid:1)(cid:1)(cid:1)(cid:1)ाााािििि(cid:24)(cid:24)(cid:24)(cid:24)
3. (1) कोई भी अंतरंग !ि(cid:25), /कसी कंपनी अथवा सूचीब7 या सूचीब7 /कये जाने के िलए (cid:9)?तािवत (cid:9)ितभूितय(cid:27) के संबंध
म, /कसी !ि(cid:25) िजसम अ3य अतं रंग !ि(cid:25) सि(cid:3)मिलत ह 9को कोई अ(cid:9)कािशत क(cid:15)मत संवेदनशील जानकारी संसूिचत नहP करेगा, उपल5ध
नहP करायेगा, या /कसी अ(cid:9)कािशत क(cid:15)मत संवेदनशील जानकारी तक प(cid:29)ँच रखने क(cid:15) अनु=ा नहP दगे ा (रखने नहP दगे ा), िसवाय वहाँ
जहाँ ऐसी संसूचना िविधस(cid:3)मत (cid:9)योजन(cid:27), कत(cid:8)!(cid:27) के पालन या िविधक बाSयता> के िनव(cid:8)हन हते ु हो ।
(cid:1)(cid:1)(cid:1)(cid:1)टटटट(cid:3)(cid:3)(cid:3)(cid:3)पपपपणणणण :::: इस (cid:10)ावधान का आशय उन सम5त अंतरंग (cid:7)ि(cid:9)य(cid:26), िजनके क(cid:19)जे म(cid:22) अ(cid:10)कािशत क(cid:17)मत संवेदनशील जानकारी ह,ै पर यह
बाOयता डालना ह ै(cid:1)क वे ऐसी जानकारी को सावधानीपूव*क संभालकर रख(cid:22) और अपना कारबार करते समय अपने पास रखी जानकारी के
संबंध म(cid:22) काय*वाही 'जानने क(cid:17) आवRयकता के आधार पर ही' कर(cid:22) । इसका आशय यह भी ह ै (cid:1)क िजन संगठन(cid:26) आ(cid:1)द के क(cid:19)जे म(cid:22) जो
जानकारी हो वे उस जानकारी के संबंध म(cid:22) 'जानने क(cid:17) आवRयकता' सबं ंधी िस(cid:6)ाँत(cid:26) के आधार पर प(cid:6)ितयाँ िवकिसत कर(cid:22) ।
¹Hkkx IIIµ[k.M 4º Hkkjr dk jkti=k % vlk/kj.k 5
(2) कोई भी !ि(cid:25), /कसी कंपनी अथवा सूचीब7 या सूचीब7 /कये जाने के िलए (cid:9)?तािवत (cid:9)ितभूितय(cid:27) के संबंध म , अ(cid:9)कािशत
क(cid:15)मत संवेदनशील जानकारी रखने वाले /कसी अंतरंग !ि(cid:25) से कोई संसूचना (cid:9)ा[ नहP करेगा या उससे कुछ भी संसूिचत नहP करवायेगा,
िसवाय वहाँ जहाँ ऐसी संसूचना िविधस(cid:3)मत (cid:9)योजन(cid:27), कत(cid:8)!(cid:27) के पालन या िविधक बाSयता> के िनव(cid:8)हन हते ु हो ।
(cid:1)(cid:1)(cid:1)(cid:1)टटटट(cid:3)(cid:3)(cid:3)(cid:3)पपपपणणणण :::: इस (cid:10)ावधान का आशय अ(cid:10)कािशत क(cid:17)मत संवेदनशील जानकारी को िविधिवU(cid:6) 6प से क(cid:19)जे म(cid:22) लेने पर रोक लगाना है ।
अ(cid:10)कािशत क(cid:17)मत संवेदनशील जानकारी को उH(cid:9)े(cid:17)रत करना और उसे (cid:9)ा[ करना इस (cid:9)ावधान के तहत अवैध होगा, य/द ऐसा /कसी के
िविधसKमत कत*(cid:7)(cid:26) हते ु और बाOयताV के िनव*हन हते ु न (cid:1)कया गया हो ।
(3) इस िविनयम म दी (cid:29)ई /कसी बात के होते (cid:29)ए भी, ऐसे /कसी सं!वहार (EांजेWशन) के संबंध म , अ(cid:9)कािशत क(cid:15)मत संवेदनशील
जानकारी संसूिचत क(cid:15) जा सकेगी, अ(cid:9)कािशत क(cid:15)मत संवेदनशील जानकारी उपल5ध करायी जा सकेगी, अ(cid:9)कािशत क(cid:15)मत संवेदनशील
जानकारी तक प(cid:29)ँच रखने क(cid:15) अनु=ा दी जा सकेगी या अ(cid:9)कािशत क(cid:15)मत संवेदनशील जानकारी (cid:9)ा[ क(cid:15) जा सकेगी :–
(i) िजसके अनुसार अिधBहण संबंधी िविनयम(cid:27) के अधीन खुला (cid:9)?ताव (ओपन ऑफर) लाने क(cid:15) बाSयता हो जाय,े जहाँ
कंपनी के िनदशे क बोड(cid:8) क(cid:15) सोच-समझकर यह राय बनी हो /क (cid:9)?तािवत सं!वहार कंपनी के सवl(cid:23)म िहत म है;
(cid:1)(cid:1)(cid:1)(cid:1)टटटट(cid:3)(cid:3)(cid:3)(cid:3)पपपपणणणण :::: आशय यह ह ै (cid:1)क महWवपूण * सं(cid:7)वहार(cid:26), जैसे अिधYहण(cid:26), िवलयन(cid:26) और अज*न(cid:26), िजनके अंतग*त (cid:10)ितभूितय(cid:26) म(cid:22) (cid:7)ापार
(FेGडग) और िनयंZण म (cid:22) प%रवत*न शािमल ह,ै के संबंध म(cid:22) अ(cid:10)कािशत क(cid:17)मत संवेदनशील जानकारी को संसूिचत करने,
अ(cid:10)कािशत क(cid:17)मत संवेदनशील जानकारी को उपल(cid:19)ध करान,े अ(cid:10)कािशत क(cid:17)मत संवेदनशील जानकारी तक प7चँ रखने क(cid:17)
अनुमित दने े या अ(cid:10)कािशत क(cid:17)मत संवेदनशील जानकारी को (cid:10)ाC करने क(cid:17) आवRयकता को 5वीकारा जाय,े ता(cid:1)क भावी िनवेश
का आकलन (cid:1)कया जा सके । अिधYहण संबंधी िविनयम(cid:26) के अधीन खुले (cid:10)5ताव म,(cid:22) न केवल कंपनी के सभी शेयरधारक(cid:26) को एक
ही क(cid:17)मत उपल(cid:19)ध करायी जायेगी बि#क ऐसी सम5त आवRयक जानकारी [जो आम शेयरधारक(cid:26) को सोच-समझकर िन\निहत
करने (डाइवे5टम(cid:22)ट) या रखे रहने (%रटे(cid:30)शन) का िनण*य लेने म(cid:22) समथ* बनाये] भी उन िविनयम(cid:26) के अधीन (cid:10)5ताव पZ (लेटर ऑफ
ऑफर) म(cid:22) सभी शेयरधारक(cid:26) को उपल(cid:19)ध करायी जानी अपेिJत ह।ै
(ii) जो अिधBहण (टेकओवर) संबंधी िविनयम(cid:27) के अधीन खुला (cid:9)?ताव लाने क(cid:15) बाSयता को आकृG न करता हो, bकतु जहाँ
कंपनी के िनदशे क बोड(cid:8) क(cid:15) सोच-समझकर यह राय बनी हो /क (cid:9)?तािवत सं!वहार कंपनी के सवl(cid:23)म िहत म ह ैऔर जो
जानकारी अ(cid:9)कािशत क(cid:15)मत संवेदनशील जानकारी क(cid:15) को(cid:17)ट म आती हो वह /कये जाने वाले (cid:9)?तािवत सं!वहार से
!ापार के कम स ेकम दो /दन (EेQडग डे) पूव,(cid:8) ऐसे Iप म जैसा िनदशे क बोड(cid:8) अवधा(cid:17)रत करे, (cid:9)सा(cid:17)रत क(cid:15) जाती ह,ै ता/क
वह साधारणत: उपल5ध हो जाये ।
(cid:1)(cid:1)(cid:1)(cid:1)टटटट(cid:3)(cid:3)(cid:3)(cid:3)पपपपणणणण :::: आशय यह है (cid:1)क ऐसे सं(cid:7)वहार(cid:26) के संबंध म(cid:22) भी अ(cid:10)कािशत क(cid:17)मत संवेदनशील जानकारी को संसूिचत करने,
अ(cid:10)कािशत क(cid:17)मत संवेदनशील जानकारी को उपल(cid:19)ध करान,े अ(cid:10)कािशत क(cid:17)मत संवेदनशील जानकारी तक प7ँच रखने दने े या
अ(cid:10)कािशत क(cid:17)मत संवेदनशील जानकारी को (cid:10)ाC करने क(cid:17) अनुमित दी जाये, िजनके अनुसार अिधYहण संबंधी िविनयम(cid:26) के
अधीन खुले (cid:10)5ताव क(cid:17) बाOयता न होती हो, य(cid:1)द ऐसा कंपनी के सव]^म िहत म(cid:22) हो । हालाँ(cid:1)क, िनदशे क बोड* (बोड* ऑफ
डायरे:टस*) (cid:10)5तािवत सं(cid:7)वहार से पहले ही ऐसी अ(cid:10)कािशत क(cid:17)मत संवेदनशील जानकारी के साव*जिनक (cid:10)कटीकरण
करवायेगा, ता(cid:1)क बाजार म(cid:22) जानकारी को लेकर य(cid:1)द कोई िवषमता हो तो वह दरू हो सके ।
(4) उप-िविनयम (3) के (cid:9)योजनाथ,(cid:8) िनदशे क बोड(cid:8) प4कार(cid:27) (पाmटय(cid:27)) से यह अपे4ा करेगा /क वे गोपनीयता और अ(cid:9)कटीकरण
(नॉन-िड?Wलोज़र) बाSयता> के संबंध म करार िनnपा/दत कर और ऐसे प4कार इस (cid:9)कार (cid:9)ा[ जानकारी को गोपनीय रख ग,े उप-
िविनयम (3) के (cid:9)योजन के िसवाय, और वे उस समय कंपनी क(cid:15) (cid:9)ितभूितय(cid:27) म अ3यथा !ापार (Eेड) नहP कर गे िजस समय अ(cid:9)कािशत
क(cid:15)मत संवेदनशील जानकारी उनके क5जे म हो ।
उउउउसससस ससससममममयययय (cid:10)(cid:10)(cid:10)(cid:10)ाााापपपपाााारररर (((($$$$ेेेे%%%%डडडडगगगग)))) जजजजबबबब अअअअ(cid:1)(cid:1)(cid:1)(cid:1)ककककााााििििशशशशतततत कककक((((ममममतततत ससससववंंववंं ददेेददेे ननननशशशशीीीीलललल जजजजााााननननककककााााररररीीीी कककक0000जजजज ेे ेेमममम 11 11हहहहोोोो
4. (1) कोई भी अंतरंग !ि(cid:25) (cid:9)ितभूितय(cid:27), जो ?टॉक एWसच ज म सूचीब7 ह(cid:27) या सूचीब7 /कये जाने के िलए (cid:9)?तािवत ह(cid:27),
म उस समय !ापार (Eेड) नहP करेगा िजस समय अ(cid:9)कािशत क(cid:15)मत संवेदनशील जानकारी उसके क5जे म हो:
6 THE GAZETTE OF INDIA : EXTRAORDINARY [PART III—SEC. 4]
परंतु यह /क अंतरंग !ि(cid:25) प(cid:17)रि?थितय(cid:27) को दशा(cid:8)कर अपनी िनदlिषता सािबत कर सकता ह,ै िजनम िन‘िलिखत प(cid:17)रि?थितया ँ
सि(cid:3)मिलत ह 9:–
(i) सं!वहार (EांजेWशन) सं(cid:9)वत(cid:8)क(cid:27), िजनके क5जे म वही अ(cid:9)कािशत क(cid:15)मत संवेदनशील जानकारी थी, के बीच बाजार
से परे (ऑफ माकpट) पर?पर अंतरण िविनयम 3 को भंग /कये िबना (cid:29)आ और दोन(cid:27) प4कार(cid:27) (पाmटय(cid:27)) ने !ापार
(Eेड) संबंधी िनण(cid:8)य (िविन^य) पूरी तरह से सोच-समझकर िलया था;
(ii) जो अंतरंग !ि(cid:25) !िG न ह(cid:27), उनके मामले म: –
(क) !िG, िजनके क5जे म ऐसी अ(cid:9)कािशत क(cid:15)मत संवेदनशील जानकारी थी, !ापार (EेQडग) संबंधी िनण(cid:8)य
लेने (िविन^य करन)े वाले !िGय(cid:27) से िभq थे और िनण(cid:8)य लेने (िविन^य करने) वाले ऐसे !िGय(cid:27) के क5जे म उस
समय ऐसी अ(cid:9)कािशत क(cid:15)मत संवेदनशील जानकारी नहP थी जब उ3ह(cid:27)ने !ापार (Eेड) करने का िनण(cid:8)य िलया
(िविन^य /कया) था; और
(ख) यह सुिनि^त करने के िलए समुिचत और पया(cid:8)[ इंतजाम /कये गये /क इन िविनयम(cid:27) का अितCमण न हो
और िजन !िGय(cid:27) के क5जे म जानकारी थी उन !िGय(cid:27) (cid:19)ारा कोई भी अ(cid:9)कािशत क(cid:15)मत संवेदनशील जानकारी
!ापार (EेQडग) संबंधी िनण(cid:8)य लेने (िविन^य करन)े वाले !िGय(cid:27) को संसूिचत नहP क(cid:15) गयी थी और ऐसे इंतजाम(cid:27)
को भंग /कये जाने का कोई भी साrय नहP ह;ै
(iii) !ापार (Eेड) िविनयम 5 के अनुसार िनधा(cid:8)(cid:17)रत क(cid:15) गयी !ापार योजना (EेQडग sलान) के अनुसरण म /कये गये थे ।
(cid:1)(cid:1)(cid:1)(cid:1)टटटट(cid:3)(cid:3)(cid:3)(cid:3)पपपपणणणण :::: िजस समय (cid:10)ितभूितय(cid:26) म(cid:22) (cid:7)ापार (Fेड) करने वाले (cid:7)ि(cid:9) के क(cid:19)जे म(cid:22) अ(cid:10)कािशत क(cid:17)मत संवेदनशील जानकारी रही
हो, तो उस समय उसके Iारा (cid:1)कये गये (cid:7)ापार(cid:26) (Fेड) के बारे म(cid:22) यह माना जजजजााााएएएएगगगगाााा (cid:1)क उसके Iारा इस (cid:10)कार (cid:1)कये गये (cid:7)ापार
(Fेड) उसके क(cid:19)जे म(cid:22) रखी ऐसी जानकारी के भान से (cid:10)े%रत रह े। आशय यह ह ै(cid:1)क िजन कारण(cid:26) से वह (cid:7)ापार (Fेड) करता ह ैया
िजन (cid:10)योजन(cid:26) से वह सं(cid:7)वहार(cid:26) (Fांजे:सन) क(cid:17) आगम(cid:22) ((cid:10)ोसी‘स) लगाता है, ऐसे कारण या ऐसे (cid:10)योजन यह तय करने के िलए
उपयु(cid:9) नहD ह ? (cid:1)क (cid:1)कसी (cid:7)ि(cid:9) ने िविनयम का उ#लंघन (अितMमण) (cid:1)कया ह ै या नहD । आरोप लगाते समय ही यह सािबत
करना आवRयक होगा (cid:1)क उसने (cid:7)ापार (Fेड) उस समय (cid:1)कया जब अ(cid:10)कािशत क(cid:17)मत संवेदनशील जानकारी उसके क(cid:19)जे म(cid:22) थी ।
एक बार जब यह िस(cid:6) हो जाय,े तो अंतरंग (cid:7)ि(cid:9) परंतुक म(cid:22) उि#लिखत प%रि5थितय(cid:26) को दशा*कर अपनी िनद]िषता (बेगुनाही)
सािबत कर सकता है, ऐसा न (cid:1)कये जाने पर यह माना जजजजााााएएएएगगगगाााा (cid:1)क उसने (cid:10)ितषेध का उ#लंघन (अितMमण) (cid:1)कया होगा ।
(2) संब7 !ि(cid:25)य(cid:27) के मामले म , यह िस7 करने का दाियHव /क अ(cid:9)कािशत क(cid:15)मत संवेदनशील जानकारी उनके क5जे म नहP थी,
ऐसे संब7 !ि(cid:25)य(cid:27) पर होगा और अ3य मामल(cid:27) म यह दाियHव बोड(cid:8) पर होगा ।
(3) बोड(cid:8), समय-समय पर, ऐसे मानक और अपे4ाएँ िविनFदG कर सकेगा, जैसा यह इन िविनयम(cid:27) के (cid:9)योजनाथ(cid:8) आवtयक समझ े।
(cid:10)(cid:10)(cid:10)(cid:10)ाााापपपपाााारररर (((($$$$ेेेे%%%%डडडडगगगग)))) ययययोोोोजजजजननननााााएएएए ँँ ँ ँ
5. (1) अंतरंग !ि(cid:25) !ापार योजना बनाने का हकदार होगा और उसे अनुपालन अिधकारी को अनुमोदन तथा साव(cid:8)जिनक (cid:9)कटीकरण के
िलए पेश करेगा िजसके अनुसरण म !ापार (Eेड) उसक(cid:15) ओर से ऐसी योजना के अनुसार /कये जा सक गे ।
(cid:1)(cid:1)(cid:1)(cid:1)टटटट(cid:3)(cid:3)(cid:3)(cid:3)पपपपणणणणःःःः इस (cid:10)ावधान का आशय उन (cid:7)ि(cid:9)य(cid:26) को एक िवक#प दने े का ह ै िजनके क(cid:19)जे म(cid:22) अ(cid:10)कािशत क(cid:17)मत संवेदनशील जानकारी हमेशा
रहती हो और उ(cid:30)ह (cid:22) िनयमब(cid:6) 6प से (cid:10)ितभूितय(cid:26) म(cid:22) (cid:7)ापार (Fेड) करने म(cid:22) समथ* बनाने का ह ै । इस (cid:10)ावधान से अंतरंग (cid:7)ि(cid:9) (cid:7)ापार
योजना बनाने म(cid:22) समथ* होगा, ता(cid:1)क वह भिवbय म(cid:22) (cid:1)कये जाने वाले (cid:7)ापार(cid:26) (Fेड) के िलए योजना बना सके । ऐसा करने से, (cid:7)ापार
योजना के तहत वा5तव म(cid:22) (cid:7)ापार (Fेड) (cid:1)कये जाने के समय अ(cid:10)कािशत क(cid:17)मत संवेदनशील जानकारी का होना, ऐसे (cid:7)ापार(cid:26) (Fेड) को
करने से (cid:10)ितिष(cid:6) नहD करेगा िजनके संबंध म(cid:22) वह अ(cid:10)कािशत क(cid:17)मत संवेदनशील जानकारी बनने से पहले ही िनण*य ले चुका था ।
(2) ऐसी !ापार योजना के अंतग(cid:8)तः-
(i) योजना के साव(cid:8)जिनक (cid:9)कटीकरण से छह महीन(cid:27) तक अंतरंग !ि(cid:25) क(cid:15) ओर से !ापार (EेQडग) (cid:9)ारंभ नहP /कया जजजजााााएएएएगगगगाााा;
¹Hkkx IIIµ[k.M 4º Hkkjr dk jkti=k % vlk/kj.k 7
(cid:1)(cid:1)(cid:1)(cid:1)टटटट(cid:3)(cid:3)(cid:3)(cid:3)पपपपणणणणःःःः आशय यह ह ै (cid:1)क (cid:7)ापार योजना का लाभ पाने के िलए, छह महीन(cid:26) क(cid:17) िवराम-अविध (कूGलग-ऑफ पी%रयड) आवRयक ह ै ।
ऐसी अविध उस अ(cid:10)कािशत क(cid:17)मत संवेदनशील जानकारी, जो (cid:7)ापार योजना बनाते समय अंतरंग (cid:7)ि(cid:9) के क(cid:19)जे म(cid:22) हो, के साधारणतः
उपल(cid:19)ध जानकारी बनने के िलए काफ(cid:17) लंबी मानी जाती ह ै। इसे उस समय-अंतराल के िलए भी उिचत अविध माना जा सकता ह ैिजसके
दौरान नयी अ(cid:10)कािशत क(cid:17)मत सवं ेदनशील जानकारी आ सकती हो, उस (cid:7)ापार योजना पर (cid:10)ितकूल (cid:10)भाव डाले िबना जो पहले से ही
बनायी गयी हो । (cid:10)(cid:11)येक ि5थित म,(cid:22) यह Oयान रहे (cid:1)क यह तो केवल कानूनी तौर पर दी गयी िवराम-अविध है और इससे कार*वाई से
उ(cid:30)मुि(cid:9) नहD िमलेगी य(cid:1)द अंतरंग (cid:7)ि(cid:9) के क(cid:19)जे म(cid:22) वही अ(cid:10)कािशत क(cid:17)मत संवेदनशील जानकारी योजना बनाये जाने के समय और उस े
काया*ि(cid:30)वत (cid:1)कये जाने के समय थी ।
(ii) /कसी िव(cid:23)ीय अविध, िजसके िलए प(cid:17)रणाम(cid:27) क(cid:15) घोषणा (cid:9)ितभूितय(cid:27) के िनग(cid:8)मकता(cid:8) (इtयुअर) (cid:19)ारा क(cid:15) जानी अपेि4त हो, के
अंितम /दन से पूव(cid:8) के !ापार के बीसव /दन और ऐसे िव(cid:23)ीय प(cid:17)रणाम(cid:27) के (cid:9)कटीकरण के प^ात् !ापार के दसू रे /दन के बीच क(cid:15)
अविध के दौरान !ापार (EेQडग) नहP /कया जजजजााााएएएएगगगगाााा;
(cid:1)(cid:1)(cid:1)(cid:1)टटटट(cid:3)(cid:3)(cid:3)(cid:3)पपपपणणणणःःःः चूँ(cid:1)क (cid:7)ापार योजना क(cid:17) क#पना उस साधारण िनयम के अपवाद के 6प म(cid:22) क(cid:17) गयी ह,ै िजसके अनुसार अंतरंग (cid:7)ि(cid:9) उस समय
(cid:7)ापार (FेGडग) नहD कर सकते िजस समय उनके क(cid:19)जे म(cid:22) अ(cid:10)कािशत क(cid:17)मत संवेदनशील जानकारी हो, इसिलए यह महWवपूण* ह ै (cid:1)क
(cid:7)ापार योजना के अंतग*त ऐसी मनु ािसब अविध के दौरान (cid:7)ापार (FेGडग) न (cid:1)कया जाये जो िव^ीय प%रणाम घोिषत (cid:1)कये जाने के आस-
पास क(cid:17) अविध हो :य(cid:26)(cid:1)क उससे अ(cid:10)कािशत क(cid:17)मत संवेदनशील जानकारी उ(cid:11)पB हो सकती हो ।
(iii) कम से कम बारह महीन(cid:27) क(cid:15) अविध के िलए !ापार (EेQडग) होगा;
(cid:1)(cid:1)(cid:1)(cid:1)टटटट(cid:3)(cid:3)(cid:3)(cid:3)पपपपणणणणःःःः आशय यह ह ै (cid:1)क छोटी-छोटी अविधय(cid:26) के िलए (cid:7)ापार योजनाV क(cid:17) बार-बार घोषणाएँ करना अनुिचत होगा :य(cid:26)(cid:1)क इनसे
(cid:7)ापार (Fेड) करने के िनण*य और वा5तव म(cid:22) (cid:7)ापार (Fेड) (cid:1)कये जाने के बीच एक मुनािसब समय-अंतराल का तक* महWवहीन हो जजजजााााएएएएगगगगाााा ।
इसिलए, यह महसूस (cid:1)कया गया (cid:1)क बारह महीन(cid:26) का समय उिचत रहगे ा ।
(iv) !ापार (EेQडग) ऐसी अविध के िलए नहP होगा िजसके दौरान दसू री !ापार योजना पहले से ही िवwमान हो;
(cid:1)(cid:1)(cid:1)(cid:1)टटटट(cid:3)(cid:3)(cid:3)(cid:3)पपपपणणणणःःःः आशय यह ह ै (cid:1)क एक ही समयाविध के दौरान अनेक (cid:7)ापार योजनाएँ चलाना उिचत नहD होगा । चूं(cid:1)क अंतरंग (cid:7)ि(cid:9) के िलए
यह संभव होगा (cid:1)क वह अ(cid:10)कािशत क(cid:17)मत संवेदनशील जानकारी को साधारणतः उपल(cid:19)ध जानकारी बनाने के िलए उसे (cid:10)कािशत करने
हते ु समय िनधा*%रत करे, बजाय इसके (cid:1)क वह (cid:7)ापार(cid:26) (Fेड) का समय िनधा*%रत करे, इसके िलए यह ज6री ह ै (cid:1)क एक ही समयाविध के
दौरान एक से अिधक योजना शु6 ही न क(cid:17) जा सके ।
(v) या तो /कये जाने वाले !ापार(cid:27) (Eेड) के मूRय का या /फर िजन (cid:9)ितभूितय(cid:27) का !ापार (Eेड) /कया जाना हो उन (cid:9)ितभूितय(cid:27) क(cid:15)
संdया का, !ापार (Eेड) के ?वIप के साथ-साथ, और उन अंतराल(cid:27), या उन तारीख(cid:27) का उRलेख होगा, जब ऐसे !ापार (Eेड) /कये
जाय ग;े और
(cid:1)(cid:1)(cid:1)(cid:1)टटटट(cid:3)(cid:3)(cid:3)(cid:3)पपपपणणणणःःःः आशय यह ह ै(cid:1)क जहाँ िविनयम इस बारे म(cid:22) अिधक िनदशe ा(cid:11)मक और कड़े नहD होने चािहए (cid:1)क (cid:7)ापार योजना के अंतग*त :या-:या
होना चािहए, तो वहD उनके अंतग*त कुछ ऐसे मूलभूत मानदडं िनधा*%रत होने चािहए जो (cid:7)ापार योजना म(cid:22) िनिहत ह(cid:26) और िजनके दायरे
म(cid:22) योजना बनाते समय पूरी लचक रह े । (cid:7)ापार योजना के अंतग*त (cid:7)ापार(cid:26) (Fेड) का 5व6प, अथा*त ् अज*न या (cid:7)यन (िड5पोज़ल),
िनधा*%रत (cid:1)कया जाना चािहए। (cid:7)ापार योजना के अंतग*त उन (cid:10)ितभूितय(cid:26) के मू#य को या उन (cid:10)ितभूितय(cid:26) क(cid:17) संiया को भी िनधा*%रत
(cid:1)कया जा सकेगा िजन (cid:10)ितभूितय(cid:26) म(cid:22) िनवेश (cid:1)कया जाना हो या िजन (cid:10)ितभूितय(cid:26) को िन\निहत (डायवे5ट) (cid:1)कया जाना हो । योजना के
अंतग*त िनि@त तारीख(cid:22) और िनि@त समय-अंतराल िनधा*%रत (cid:1)कये जा सक(cid:22)गे ।
(vi) बाजार के दxु पयोग के िलए (cid:9)ितभूितय(cid:27) म !ापार (EेQडग) नहP /कया जजजजााााएएएएगगगगाााा ।
(cid:1)(cid:1)(cid:1)(cid:1)टटटट(cid:3)(cid:3)(cid:3)(cid:3)पपपपणणणणःःःः ऐसी (cid:7)ापार योजना के आधार पर (cid:1)कया गया (cid:7)ापार (FेGडग) बाजार दUु पयोग संबंधी काय*वािहय(cid:26) से पूण* उ(cid:30)मुि(cid:9) (cid:10)दान नहD
करेगा । उदाहरण के िलए, िविनयम 4 के साथ जोड़-तोड़ करके (cid:7)ापार योजना के तहत (cid:7)ापार (FेGडग) फायदमे ंद हो सके, यह सुिनि@त
करने के िलए अ(cid:10)कािशत क(cid:17)मत संवेदनशील जानकारी (cid:1)दये जाने के समय म(cid:22) हरे फेर (cid:1)कये जाने क(cid:17) दशा म(cid:22), भारतीय (cid:10)ितभूित और
िविनमय बोड* ((cid:10)ितभूित बाजार से संबंिधत कपटपूण* और अऋजु (cid:7)ापा%रक (cid:7)ापार(cid:26) का (cid:10)ितषेध) िविनयम, 2003 के किथत उ#लंघन
हते ु काय*वािहयाँ शु6 क(cid:17) जा सक(cid:22)गी ।
8 THE GAZETTE OF INDIA : EXTRAORDINARY [PART III—SEC. 4]
(3) अनुपालन अिधकारी यह िनधा(cid:8)(cid:17)रत करने के िलए !ापार योजना क(cid:15) समी4ा करेगा /क Wया इस योजना से इन िविनयम(cid:27) के
अितCमण क(cid:15) कोई संभावना हो सकती ह ैऔर वह ऐसे ?पG वचन(cid:27) क(cid:15) माँग करने का हकदार होगा जो ऐसे िनधा(cid:8)रण को समथ(cid:8) बनाने और
योजना के अनुमोदन तथा उसके काया(cid:8)3वयन के अनुDवण के िलए आवtयक ह(cid:27) ।
(cid:1)(cid:1)(cid:1)(cid:1)टटटट(cid:3)(cid:3)(cid:3)(cid:3)पपपपणणणणःःःः आशय यह ह ै (cid:1)क अनुपालन अिधकारी को योजना क(cid:17) समीJा करनी होगी और उसे अनुमो(cid:1)दत करना होगा (मंजूरी दने ी होगी) ।
ऐसा करने के िलए, वह अंतरंग (cid:7)ि(cid:9) से यह घोषणा करने क(cid:17) अपेJा कर सकेगा (cid:1)क उसके क(cid:19)जे म(cid:22) अ(cid:10)कािशत क(cid:17)मत संवेदनशील
जानकारी नहD है या यह (cid:1)क वह यह सुिनि@त करेगा (cid:1)क जो भी अ(cid:10)कािशत क(cid:17)मत संवेदनशील जानकारी उसके क(cid:19)जे म(cid:22) हो वह
अ(cid:10)कािशत क(cid:17)मत संवेदनशील जानकारी उसके Iारा (cid:7)ापार (Fेड) (cid:10)ारंभ (cid:1)कये जाने से पहले साधारणतः उपल(cid:19)ध हो जाये । एक बार
समाधान हो जाने पर, वह (cid:7)ापार योजना को अनुमो(cid:1)दत कर (मंजूरी दे) सकेगा, िजसे (cid:1)फर इन िविनयम(cid:26) के अनुसार काया*ि(cid:30)वत करना
होगा ।
(4) एक बार अनुमो/दत हो जाने के प^ात् !ापार योजना अ(cid:9)ितसहं रणीय होगी और अंतरंग !ि(cid:25) को अिनवाय(cid:8)तः योजना काया(cid:8)ि3वत
करनी होगी, और इस (cid:9)कार न तो वह
इससे िवचिलत होने का हकदार होगा और न ही वह !ापार योजना के दायरे से बाहर (cid:9)ितभूितय(cid:27) म कोई !ापार (Eेड) करने का हकदार
होगा:
परंतु यह (cid:1)क !ापार योजना का काया(cid:8)3वयन (cid:9)ारंभ नहP /कया जजजजााााएएएएगगगगाााा य/द कोई अ(cid:9)कािशत क(cid:15)मत संवेदनशील जानकारी, जो योजना
बनाने के समय अंतरंग !ि(cid:25) के क5जे म हो, काया(cid:8)3वयन के (cid:9)ारंभ के समय साधारणतः उपल5ध न (cid:29)ई हो और ऐसी दशा म अनुपालन
अिधकारी यह पुिG करेगा /क (cid:9)ारंभ को ऐसी अ(cid:9)कािशत क(cid:15)मत संवेदनशील जानकारी के साधारणतः उपल5ध जानकारी बन जाने तक
आ?थिगत कर /दया जाये िजससे /क िविनयम 4 के उप-िविनयम (1) के अितCमण से बचा जा सके ।
(cid:1)(cid:1)(cid:1)(cid:1)टटटट(cid:3)(cid:3)(cid:3)(cid:3)पपपपणणणणःःःः आशय यह ह ै (cid:1)क चूँ(cid:1)क (cid:7)ापार योजना इस साधारण िनयम क(cid:17) एक अपवाद ह ै (cid:1)क अंतरंग (cid:7)ि(cid:9) (इनसाइडर) को उस समय
(cid:7)ापार (Fेड) नहD करना चािहए िजस समय अ(cid:10)कािशत क(cid:17)मत सवं ेदनशील जानकारी उसके क(cid:19)जे म(cid:22) हो, इसिलए योजना म(cid:22) बदलाव
करना या उसके दायरे से बाहर (cid:7)ापार (FेGडग) करना इस अपवाद के पीछे छुपे मकसद को बेअसर कर देगा । (cid:7)ापार योजना का असर
बाजार के अ(cid:30)य िनवेशक(cid:26) Iारा िलए जाने वाले (cid:7)ापार (FेGडग) संबंधी िनण*य(cid:26) पर और क(cid:17)मत-िनधा*रण पर भी पड़ेगा । इसिलये, यह
उिचत या उपयु(cid:9) नहD ह ै (cid:1)क अंतरंग (cid:7)ि(cid:9) को उस (cid:7)ापार योजना से िवचिलत होने (म(cid:22) बदलाव करन)े क(cid:17) अनुमित दी जाये िजसके
आधार पर बाजार म(cid:22) दसू र(cid:26) ने (cid:10)ितभूितय(cid:26) के संबंध म(cid:22) अपनी राय कायम क(cid:17) हो ।
ऊपर (cid:1)दये गये परंतुक का आशय उस संभावना पर गौर करना है (cid:1)क (cid:7)ापार योजना बनाये जाने और इसे शु6 (cid:1)कये जाने के बीच के छह
महीने के अंतराल के बावजूद यह हो सकता है (cid:1)क जो अ(cid:10)कािशत क(cid:17)मत संवेदनशील जानकारी अंतरंग (cid:7)ि(cid:9) के क(cid:19)जे म(cid:22) हो, वह अब भी
साधारणतः उपल(cid:19)ध न हो । ऐसी ि5थित म,(cid:22) योजना शु6 करना उस अOयारोही िस(cid:6)ाँत के िवरोध म(cid:22) होगा (cid:1)क ऐसी जानकारी क(cid:19)जे म(cid:22)
होने के दौरान (cid:7)ापार (Fेड) न (cid:1)कये जाय(cid:22) । य(cid:1)द वही अ(cid:10)कािशत क(cid:17)मत संवेदनशील जानकारी अब भी अंतरंग (cid:7)ि(cid:9) के क(cid:19)जे म(cid:22) हो, तो
(cid:7)ापार योजना के िनbपादन के (cid:10)ारंभ को आ5थिगत कर (cid:1)दया जाना (टाल दने ा) चािहए ।
(5) !ापार योजना का अनुमोदन हो जाने पर, अनुपालन अिधकारी योजना उन ?टॉक एWसच ज(cid:27) को सूिचत करेगा िजन ?टॉक एWसच ज(cid:27)
म (cid:9)ितभूितयाँ सूचीब7 ह(cid:27) ।
(cid:1)(cid:1)(cid:1)(cid:1)टटटट(cid:3)(cid:3)(cid:3)(cid:3)पपपपणणणणःःःः आशय यह ह ै(cid:1)क िविनयम 4 के अंतग*त (cid:10)ितषेधा(cid:11)मक िनयम के एक अहम अपवाद के मlेनज़र, यह अपेिJत ह ै(cid:1)क (cid:7)ापार योजना
जनता को (cid:10)सा%रत क(cid:17) जाये । बडे पैमाने पर बाजार म(cid:22) िनवेश करने वाले िनवेशक भी (cid:10)ितभूितय(cid:26) के अपने आकलन म(cid:22) और क(cid:17)मत-
िनधा*रण म(cid:22) (cid:7)ापार योजना के अंतग*त िनिहत संभािवत संकेतक(cid:26) पर इस आधार पर गौर कर(cid:22)गे (cid:1)क अंतरंग (cid:7)ि(cid:9) अपनी (cid:7)ापार योजना म (cid:22)
(cid:10)ितभूितय(cid:26) से संबंिधत संभावनाV को कैसे दखे ते ह ?या (cid:10)ितभूितय(cid:26) के (cid:10)ित उनका :या नज़%रया ह ै।
अअअअ(cid:18)(cid:18)(cid:18)(cid:18)ययययाााायययय––––III
अअअअततंंततंं ररररंंंंगगगग (cid:10)(cid:10)(cid:10)(cid:10)िििि(cid:30)(cid:30)(cid:30)(cid:30)यययय(cid:31)(cid:31)(cid:31)(cid:31) ाााारररराााा (cid:10)(cid:10)(cid:10)(cid:10)ाााापपपपाााारररर (((($$$$ेेेे%%%%डडडडगगगग)))) ककककेेेे (cid:1)(cid:1)(cid:1)(cid:1)ककककटटटटीीीीककककररररणणणण
ससससााााधधधधााााररररणणणण उउउउपपपपबबबबधधंंधधंं
6. (1) इस अSयाय के अधीन (cid:9)Hयेक साव(cid:8)जिनक (cid:9)कटीकरण ऐसे (cid:9)Iप म /कया जाएगा जैसा िविनFदG /कया जाए ।
(2) इस अSयाय के अधीन /कसी !ि(cid:25) (cid:19)ारा /कये जाने वाले (cid:9)कटीकरण(cid:27) म वे (cid:9)कटीकरण सि(cid:3)मिलत ह(cid:27)गे जो ऐसे !ि(cid:25) के सीधे
नातेदार(cid:27) (cid:19)ारा !ापार (EेQडग), और /कसी अ3य !ि(cid:25), िजसके िलए ऐसा !ि(cid:25) !ापार (EेQडग) से संबंिधत िनण(cid:8)य लेता (िविन^य
करता) हो, (cid:19)ारा !ापार (EेQडग) से संबंिधत ह(cid:27) ।
¹Hkkx IIIµ[k.M 4º Hkkjr dk jkti=k % vlk/kj.k 9
(cid:1)(cid:1)(cid:1)(cid:1)टटटट(cid:3)(cid:3)(cid:3)(cid:3)पपपपणणणण :::: आशय यह ह ै (cid:1)क न केवल संबंिधत (cid:7)ि(cid:9) Iारा (cid:1)कये गये (cid:7)ापार(cid:26) (Fेड) का (cid:10)कटीकरण करना होगा बि#क सीध े नातेदार(cid:26) Iारा
(cid:1)कये गये (cid:7)ापार(cid:26) (Fेड) का भी (cid:10)कटीकरण करना होगा, और ऐसे (cid:1)क(cid:30)हD अ(cid:30)य (cid:7)ि(cid:9)य(cid:26) Iारा (cid:1)कये गये (cid:7)ापार(cid:26) (Fेड) का भी (cid:10)कटीकरण
करना होगा िजनके िलए संबंिधत (cid:7)ि(cid:9) (cid:7)ापार (FेGडग) संबंधी िनण*य (िविन@य) लेता हो । इन िविनयम(cid:26) का मुiय उlेRय ऐसी ि5थित
म(cid:22) (cid:7)ापार (FेGडग) से होने वाले दUु पयोग को रोकना ह ै जब अ(cid:10)कािशत क(cid:17)मत संवेदनशील जानकारी क(cid:19)जे म(cid:22) हो, और इसीिलये मायन े
यह रखता ह ै (cid:1)क :या उस (cid:7)ि(cid:9) के क(cid:19)जे म(cid:22) ऐसी जानकारी ह ैजो (cid:7)ापार (FेGडग) संबंधी िनण*य लेता (िविन@य करता) ह ैन (cid:1)क यह (cid:1)क
:या उस (cid:7)ि(cid:9) के क(cid:19)जे म(cid:22) ऐसी जानकारी ह ैिजसके पास (cid:7)ापार(cid:26) (Fेड) का हक (टाइटल) ह ै।
(3) (cid:9)ितभूितय(cid:27) म !ापार (EेQडग) के (cid:9)कटीकरण(cid:27) म (cid:9)ितभूितय(cid:27) के !ुHपिqय(cid:27) (डे(cid:17)रवे(cid:17)टव) म !ापार (EेQडग) भी सि(cid:3)मिलत होगा
और इस अSयाय के (cid:9)योजनाथ(cid:8) !ुHपिqय(cid:27) के !ापा(cid:17)रत मूRय (Eेिडड वैRय)ू पर िवचार /कया जाएगा :
परंतु यह /क (cid:9)ितभूितय(cid:27) के !ुHपिqय(cid:27) म !ापार (EेQडग) तHसमय (cid:9)वृ(cid:23) /कसी िविध (cid:19)ारा अनु=ात हो ।
(4) इस अSयाय के अधीन /कये गये (cid:9)कटीकरण कंपनी (cid:19)ारा, पाँच वषO क(cid:15) 3यूनतम अविध हते ु, ऐसे Iप म रखे जाएंगे जैसा
िविनFदG /कया जाए ।
ककककििििततततपपपपयययय (cid:10)(cid:10)(cid:10)(cid:10)िििि(cid:30)(cid:30)(cid:30)(cid:30)यययय(cid:31)(cid:31)(cid:31)(cid:31) ाााारररराााा (cid:1)(cid:1)(cid:1)(cid:1)ककककटटटटीीीीककककररररणणणण
7. (1) आरंिभक (cid:10)कटीकरण
(क) (cid:9)Hयेक कंपनी, िजसक(cid:15) (cid:9)ितभूितयाँ /कसी मा3यता(cid:9)ा[ ?टॉक एWसच ज म सूचीब7 ह(cid:27), का (cid:9)Hयेक सं(cid:9)वत(cid:8)क, मुdय
(cid:9)बंधक(cid:15)य काeमक और िनदशे क इन िविनयम(cid:27) के (cid:9)भावी होने क(cid:15) तारीख को कंपनी क(cid:15) (cid:9)ितभूितय(cid:27) क(cid:15) अपनी धा(cid:17)रता
(होQRडग), इन िविनयम(cid:27) के (cid:9)भावी होन ेके तीस /दन(cid:27) के भीतर कंपनी को (cid:9)कट करेगा ;
(ख) कंपनी के मुdय (cid:9)बंधक(cid:15)य काeमक या िनदशे क के Iप म िनयु(cid:25) होने पर अथवा सं(cid:9)वत(cid:8)क बनने पर (cid:9)Hयेक !ि(cid:25) िनयुि(cid:25)
या सं(cid:9)वत(cid:8)क बनने क(cid:15) तारीख को कंपनी क(cid:15) (cid:9)ितभूितय(cid:27) क(cid:15) अपनी धा(cid:17)रता (होQRडग), ऐसी िनयिु (cid:25) या इस (cid:9)कार
सं(cid:9)वत(cid:8)क बनने के सात /दन(cid:27) के भीतर कंपनी को (cid:9)कट करेगा ।
(2) सतत (cid:10)कटीकरण
(क) (cid:9)Hयेक कंपनी का (cid:9)Hयेक सं(cid:9)वत(cid:8)क, कम(cid:8)चारी और िनदशे क कंपनी को ऐसी (cid:9)ितभूितय(cid:27) (िजनका अज(cid:8)न या !यन /कया
गया) क(cid:15) संdया ऐसे सं!वहार (EांजेWशन) से !ापार के दो /दन(cid:27) (EेQडग ड)े के भीतर (cid:9)कट करेगा य/द !ापा(cid:17)रत
(cid:9)ितभूितय(cid:27) के मूRय, /कसी कल9डर ितमाही के दौरान चाह े एक सं!वहार म या अनेक सं!वहार(cid:27) म , का योग ऐसा
!ापा(cid:17)रत मूRय हो जो दस लाख xपये या ऐसे अ3य मूRय जैसा िविनFदG /कया जाये से अिधक हो;
(ख) (cid:9)Hयेक कंपनी ऐसे !ापार (EेQडग) के 5यौरे, ऐसी जानकारी के (cid:9)कटीकरण क(cid:15) (cid:9)ाि[ के या ऐसी जानकारी होने से !ापार
के दो /दन(cid:27) (EेQडग डे) के भीतर, उस ?टॉक एWसच ज को सूिचत करेगी जहाँ (cid:9)ितभूितयाँ सूचीब7 ह(cid:27)।
5555पपपप6666ीीीीककककररररणणणण.–शंका> को दरू करने के िलए यह ?पG /कया जाता ह ै /क इस उप-िविनयम के अधीन /कसी
(cid:9)कटीकरण के प^ात् और होने वाले सं!वहार(cid:27) का (cid:9)कटीकरण /कया जजजजााााएएएएगगगगाााा, जब पूव(cid:8) (cid:9)कटीकरण के प^ात् /कये गये
सं!वहार उप-िविनयम (2) के खंड (क) म िविनFदG सीमा-रेखा (yेसहोRड) पार कर जाए ।
अ(cid:30)य संब(cid:6) (cid:7)ि(cid:9)य(cid:26) Iारा (cid:10)कटीकरण
(3) कोई कंपनी, िजसक(cid:15) (cid:9)ितभूितया ँ ?टॉक एWसच ज म सूचीब7 ह(cid:27), अपने िववेकानुसार /कसी अ3य संब7 !ि(cid:25) या संब7
!ि(cid:25)य(cid:27) के वग(cid:8) से यह अपे4ा कर सकेगी /क वह कंपनी क(cid:15) (cid:9)ितभूितय(cid:27) म धा(cid:17)रता> (होQRडzस) तथा !ापार (EेQडग) के (cid:9)कटीकरण ऐस े
(cid:9)Iप म और ऐसे अंतराल पर करे, जैसा इन िविनयम(cid:27) के अनुपालन के अनुDवण के िलए कंपनी (cid:19)ारा अवधा(cid:17)रत /कया जाए ।
(cid:1)(cid:1)(cid:1)(cid:1)टटटट(cid:3)(cid:3)(cid:3)(cid:3)पपपपणणणण :::: यह (cid:10)ावधान सूचीब(cid:6) (िलि5टड) कंपिनय(cid:26) को उनसे जानकारी माँगने म(cid:22) समथ* बनाता ह ै िजनको सूचीब(cid:6) कंपिनय(cid:26) Iारा
अ(cid:10)कािशत क(cid:17)मत संवेदनशील जानकारी उपल(cid:19)ध करानी होती ह ै । यह (cid:10)ावधान (cid:1)कसी कंपनी को ऐसी जानकारी मंगाने का अिधकार
(cid:10)दान करता ह ै । उदाहरण के िलए, सूचीब(cid:6) कंपनी यह कह सकती ह ै(cid:1)क (cid:10)बंध परामश*दाता, जो उसे कारपोरेट नीित के संबंध म(cid:22) सलाह
दगे ा और िजससे अ(cid:10)कािशत क(cid:17)मत संवेदनशील जानकारी क(cid:17) समीJा करना अपेिJत होगा, अपने (cid:7)ापार(cid:26) (Fेड) के (cid:10)कटीकरण कंपनी को
करे ।
10 THE GAZETTE OF INDIA : EXTRAORDINARY [PART III—SEC. 4]
अअअअ(cid:18)(cid:18)(cid:18)(cid:18)ययययाााायययय––––IV
उउउउििििचचचचतततत (cid:1)(cid:1)(cid:1)(cid:1)ककककटटटटीीीीककककररररणणणण ससससििंंििंंहहहहतततताााा औऔऔऔरररर आआआआचचचचाााारररर ससससििंंििंंहहहहतततताााा
उउउउििििचचचचतततत (cid:1)(cid:1)(cid:1)(cid:1)ककककटटटटीीीीककककररररणणणण ससससििंंििंंहहहहतततताााा
8. (1) (cid:9)Hयेक कंपनी, िजसक(cid:15) (cid:9)ितभूितया ँ ?टॉक एWसच ज म सूचीब7 ह(cid:27), का िनदशे क बोड,(cid:8) अ(cid:9)कािशत क(cid:15)मत संवेदनशील
जानकारी के उिचत (cid:9)कटीकरण के िलए प7ित एवं (cid:9)/Cया संिहता बनाएगा और उसे अपने अिधकृत वेबसाइट पर (cid:9)कािशत करेगा िजसका
अनुसरण वह कंपनी इन िविनयम(cid:27) क(cid:15) अनुसूची-क म िनधा(cid:8)(cid:17)रत (cid:9)Hयेक िस7ाँत का पालन करने के िलए करेगी, और साथ ही /कसी भी
(cid:9)कार से इन िविनयम(cid:27) के उपबंध(cid:27) के (cid:9)भाव को कम नहP /कया जाएगा ।
(cid:1)(cid:1)(cid:1)(cid:1)टटटट(cid:3)(cid:3)(cid:3)(cid:3)पपपपणणणण : इस (cid:10)ावधान का आशय (cid:10)(cid:11)येक कंपनी, िजसक(cid:17) (cid:10)ितभूितया ँ5टॉक ए:सच(cid:22)ज(cid:26) म(cid:22) सूचीब(cid:6) ह(cid:26), से यह अपेJा करना ह ै(cid:1)क वह ऐसी
घटनाV आ(cid:1)द के उिचत (cid:10)कटीकरण हते ु एक िनि@त ढाँचा और नीित बनाय,े जो बाजार म(cid:22) उसक(cid:17) (cid:10)ितभूितय(cid:26) के क(cid:17)मत-िनधा*रण ((cid:10)ाइस
िडसnरी) को (cid:10)भािवत कर सकती ह(cid:26) । अनुसूची म(cid:22) िस(cid:6)ाँत िनधा*%रत (cid:1)कये गये ह?, जैसे (cid:1)क जानकारी तक प7चँ रखने क(cid:17) समानता के,
नीितय(cid:26) (जैसे लाभांश संबंधी, इनऑगeिनक Yोथ पसू*oस संबंधी, िवpेषक(cid:26) के साथ कॉ#स तथा बैठक(cid:26) संबंधी) के (cid:10)काशन के, ऐसी कॉ#स
तथा बैठक(cid:26) क(cid:17) अनुिलिपय(cid:26) के (cid:10)काशन के, और इसी तरह क(cid:17) अ(cid:30)य बात(cid:26) के ।
(2) अ(cid:9)कािशत क(cid:15)मत संवेदनशील जानकारी के उिचत (cid:9)कटीकरण के िलए (cid:9)Hयेक ऐसी प7ित एवं (cid:9)/Cया संिहता और उसके (cid:9)Hयेक
संशोधन क(cid:15) सूचना तुरंत उन ?टॉक एWसच ज(cid:27) को दी जाएगी, जहाँ (cid:9)ितभूितयाँ सूचीब7 ह(cid:27) ।
(cid:1)(cid:1)(cid:1)(cid:1)टटटट(cid:3)(cid:3)(cid:3)(cid:3)पपपपणणणण :::: इस (cid:10)ावधान का उlेRय उप-िविनयम (1) के अंतग*त बनायी गयी नीित के पारदशq (cid:10)कटीकरण क(cid:17) अपेJा करना ह ै।
आआआआचचचचाााारररर ससससििंंििंंहहहहतततताााा
9. (1) (cid:9)Hयेक सूचीब7 कंपनी का िनदशे क बोड(cid:8) और बाजार मSयवतN, इन िविनयम(cid:27) के अनुपालन हते ु, अपने कम(cid:8)चा(cid:17)रय(cid:27)
और अ3य संब7 !ि(cid:25)य(cid:27) (cid:19)ारा /कये जाने वाले !ापार (EेQडग) को िविनयिमत करने, उसका अनुDवण करन े तथा उसक(cid:15) (cid:17)रपोट(cid:8) दने े के
िलए एक आचार संिहता बनाएगा, िजसके अंतग(cid:8)त इन िविनयम(cid:27) क(cid:15) अनुसूची-ख म िनधा(cid:8)(cid:17)रत 3यूनतम मानक(cid:27) को अपनाया जाएगा और
साथ ही /कसी भी (cid:9)कार से इन िविनयम(cid:27) के उपबंध(cid:27) के (cid:9)भाव को कम नहP /कया जाएगा ।
(cid:1)(cid:1)(cid:1)(cid:1)टटटट(cid:3)(cid:3)(cid:3)(cid:3)पपपपणणणण :::: आशय यह ह ै (cid:1)क (cid:10)(cid:11)येक कंपनी, िजसक(cid:17) (cid:10)ितभूितया ँ5टॉक ए:सच(cid:22)ज(cid:26) म(cid:22) सूचीब(cid:6) ह(cid:26), और भारतीय (cid:10)ितभूित और िविनमय बोड*
के पास रिज5Fीकृत (cid:10)(cid:11)येक बाजार मOयवतq (इंटरमीिडयरी) से अिनवाय* 6प से यह अपेिJत हो (cid:1)क वह अपने कम*चा%रय(cid:26) Iारा (cid:1)कये जान े
वाले (cid:7)ापार (FेGडग) को िविनयिमत करने हते ु एक आचार संिहता बनाए । यह अपेिJत ह ै(cid:1)क अनुसचू ी म(cid:22) िनधा*%रत मानक(cid:26) का समावशे
ऐसी आचार संिहता म(cid:22) अवRय हो ।
(2) (cid:9)Hयेक अ3य !ि(cid:25), िजससे कारबारी काय(cid:8)कलाप(cid:27) के दौरान अ(cid:9)कािशत क(cid:15)मत संवेदनशील जानकारी से संबंिधत कामकाज
दखे ना अपेि4त हो, इन िविनयम(cid:27) के अनुपालन हते ु, कम(cid:8)चा(cid:17)रय(cid:27) और अ3य संब7 !ि(cid:25)य(cid:27) (cid:19)ारा /कये जाने वाले !ापार (EेQडग) को
िविनयिमत करने, उसका अनुDवण करने तथा उसक(cid:15) (cid:17)रपोट(cid:8) दने े के िलए एक आचार संिहता बनाएगा, िजसके अंतग(cid:8)त इन िविनयम(cid:27) क(cid:15)
अनुसूची-ख म िनधा(cid:17)(cid:8) रत 3यूनतम मानक(cid:27) को अपनाया जाएगा और साथ ही /कसी भी (cid:9)कार से इन िविनयम(cid:27) के उपबंध(cid:27) के (cid:9)भाव को कम
नहP /कया जाएगा ।
(cid:1)(cid:1)(cid:1)(cid:1)टटटट(cid:3)(cid:3)(cid:3)(cid:3)पपपपणणणण :::: इस (cid:10)ावधान का आशय सूचीब(cid:6) कंपिनय(cid:26) और बाजार मOयव\तय(cid:26) (इंटरमीिडयरीज़) से िभB ऐसे (cid:7)ि(cid:9)य(cid:26), िजनसे अ(cid:9)कािशत
क(cid:15)मत संवेदनशील जानकारी से संबंिधत कामकाज दखे ना अपेिJत हो, के िलए यह अिनवाय* करना ह ै (cid:1)क वे अपने कम*चा%रय(cid:26) Iारा
(cid:10)ितभूितय(cid:26) म (cid:22) (cid:1)कये जाने वाले (cid:7)ापार (FेGडग) को िविनयिमत करने हते ु एक आचार संिहता बनाएं । इन एं%ट%टय(cid:26) के अंतग*त सूचीब(cid:6)
कंपिनय(cid:26), बाजार मOयव\तय(cid:26) और पूँजी बाजार (कैिपटल माकeट) के अ(cid:30)य सहभािगय(cid:26) (पाrटिसप(cid:22)ट) क(cid:17) सहायता करने वाली या को सलाह
दने े वाली (cid:7)वसाियक फम sशािमल ह,? जैसे लेखापरीJक (ऑिडटर), एकाउंट(cid:22)सी फम,s िविध (लॉ) फम,s िवpेषक (एनािल5ट), परामश*दाता
(क(cid:30)सलट(cid:22)ट), आ(cid:1)द । यहाँ तक (cid:1)क ऐसी एं%ट%टयाँ भी अ(cid:10)कािशत क(cid:17)मत संवेदनशील जानकारी से संबिं धत कामकाज दखे सकती ह,? जो
सामा(cid:30)यत: पूँजी बाजार के बाहर (cid:1)Mयाशील ह(cid:26) । इस (cid:10)ावधान के अनुसार उन सभी को आचार संिहता बनानी होगी।
(3) आचार संिहता बनाने वाली (cid:9)Hयके सूचीब7 कंपनी, बाजार मSयवतN और अ3य !ि(cid:25) इन िविनयम(cid:27) के अधीन आचार संिहता
तथा अ3य अपे4ा> के पालन हते ु एक अनुपालन अिधकारी का चयन करेगा और उसे पदािभिहत करेगा ।
(cid:1)(cid:1)(cid:1)(cid:1)टटटट(cid:3)(cid:3)(cid:3)(cid:3)पपपपणणणण : इस (cid:10)ावधान का आशय (cid:1)कसी tयेu अिधकारी को अनुपालन अिधकारी के 6प म(cid:22) पदािभिहत करना ह,ै जो आचार संिहता के
पालन हते ु और इन िविनयम(cid:26) के अनुपालन का अनुvवण करने के िलए िजKमेदार होगा ।